हरियाणा कश्यप राजपूत सभा के सरपरस्त श्री बलजीत सिंह मतौरिया का प्रख्यात वयोवृद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे जी को समर्थन स्वरूप लिखा गया पत्र
आदरणीय अन्ना हजारे जी,
सादर प्रणाम।
"कर्म क्षेत्र हरा है अपना, ज्ञान शुर्भ मनमाना,
बली बलवती विनित भक्ति का, कल केसरिया बाना।
इस त्रियोग के तीर्थ राज में, हमें स्वधर्म निभाना
अपनी स्वतंत्रता से सबका, मुक्ति मंत्र है पाना।"
आज देश के करोड़ों युवा अर्जुनों को इस भ्रष्टाचार विरोधी महायुद्ध में आप जैसे कृष्ण समान सारथी की आवश्यकता है, जिससे उन्हें सही दिशा व मार्गदर्शन मिल सके। यह युद्ध सत्य व राष्ट्रधर्म के पक्ष में है, जिसमें हमें विजय अवश्य प्राप्त होगी।
हमने आपसे यह सीखा है कि, "पुरूषार्थी मनुष्य आदर्शों के पदचिन् नहीं तलाशते, उनके स्वयं का हर कदम संसार के लिए मंजिल बन जाया करते हैं।"
मैं व्यक्तिगत रूप से व हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. नं. १८४) जन आन्दोलन को पूर्ण समर्थन देता हूँ।
शुभकामनाओं के साथ,
आपका
(बलजीत सिंह)
सरपरस्त,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा।
(प्रिय पाठक ! कृपया करके अपनी प्रतिक्रिया/सुझाव जरूर दें। आपकी बड़ी कृपा होगी। आदर सहित - राजेश कश्यप)