कृपया कल ‘महर्षि कश्यप जयन्ति’ पर काली पट्टी बांधे और अपना विरोध दर्ज करवाएं!
आदरणीय मित्रो! कल 24 मई है और महर्षि कश्यप जयन्ति है। हम प्रतिवर्ष इस दिवस को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। लेकिन, मित्रो! इस बार मेरा आपसे एक नम्र निवेदन और सुझाव है। फतेहपुर (झाड़सा) गुड़गाँव में हमारे 250 कश्यप परिवारों को जिस तरह से हुडा विभाग, जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार ने गत 15 मई, 2015 को बर्बर तरीके से बेघर और बर्बाद किया है, वह समस्त कश्यप समाज पर गहरा आघात है। हमारे 250 गरीब कश्यप परिवारों को मानवाधिकारों से भी वंचित किया हुआ है। बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भूख-प्यास व ईलाज के अभाव में तड़प रहे हैं। लगभग 50 पुरूष व महिलाएं भोंडसी जेल में बंद किए हैं। आज 250 कश्यप परिवार खुले आसमान के नीचे झाड़-झंखाड़ों और गन्दी जगहों पर रहने को विवश होना पड़ रहा है। अभी तक प्रशासन व सरकार ने उनकीं कोई सुध नहीं ली है। इन हालातों में हमें खुशियाँ मनाना और रंगारंग कार्यक्रम आयोजित करना शोभा नहीं देगा। इस सिलसिले में मेरा नम्र निवेदन भी है और सुझाव भी है कि क्यों न हम इस बार महर्षि कश्यप जी की जयन्ति को काली पट्टियां बांधकर मनाएं और प्रदेश व केन्द्र सरकार का व्यापक स्तर पर फतेहपुर (झाड़सा) के 250 परिवारों पर ढ़ाये गए जुल्मों की तरफ ध्यान दिलवाएं और अपनी नाराजगी राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज करवाएं। हम महर्षि कश्यप जयन्ति कार्यक्रम के दौरान लोगों को पीड़ित 250 कश्यप परिवारों की दुःखद दास्तां को जरूर बताओ। यदि आपको पूरी जानकारी नहीं है तो कृपा करके अपने समाज के ब्लॉग www.kashyapsamaj.blogspot.in पर सारी जानकारी ले सकते हैं। क्या आप मेरे इस निवेदन/सुझाव से सहमत हैं? कृपया जरूर बताएं। यदि आप सहमत हैं तो इस सन्देश को जितना जल्दी हो सके, इसे समाज के जन-जन तक पहुँचाने में सहयोग करें। जय महर्षि कश्यप जी की।
-राजेश कश्यप, रोहतक (हरियाणा)।
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