सोमवार, 28 मार्च 2016
27 मार्च की राज्य स्तरीय ‘विशेष मिटिंग’ में कई प्रस्ताव पारित किए गए
गुरुवार, 24 मार्च 2016
सच्ची समाजसेवा वही, जहां "श्रेय" नहीं, "सेवाभाव" हो "सर्वोपरि"
सच्ची समाजसेवा वही, जहां "श्रेय" नहीं, "सेवाभाव" हो "सर्वोपरि"!
*****************
मैं उन सभी प्रबुद्ध समाजसेवी मित्रों का तहेदिल से अभिनंदन करता हूँ, जो दिनरात अपने समाज की उन्नति एवम् विकास के लिए समर्पित हैं. सच्ची समाजसेवा वही होती है, जहां "श्रेय" नहीं, "सेवाभाव" ही "सर्वोपरि" होती है! इस समय सच्चे मन से 5 अप्रैल, 2016 को पानीपत में आयोजित होने वाले "महर्षि प्रकाशोत्सव" को ऐतिहासिक सफलता दिलाने के लिए सबको अपना यथासंभव योगदान देना चाहिए. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय श्री मनोहर लाल खट्टर जी होंगे और केंद्रीय मंत्री आदरणीया साध्वी निरंजन ज्योति जी की अध्यक्षता रहेगी. कार्यक्रम के संयोजक आदरणीय श्री रघुनाथ तंवर जी का इस समय बढ़ चढ़कर सहयोग करना ही हमारा परमोधर्म बनता है, क्योंकि यह हमारे समाज के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा का विषय है. कार्यक्रम की अपार सफलता ही हमारे समाज को नई दशा और दिशा देने वाली होगी.
इसलिए, सभी प्रबुद्ध मित्रों से विनम्र निवेदन है कि भले ही उनके नाम प्रचार सामग्री (पोस्टर, बैनर आदि) में न आ पाये हों, वे इसे अपनी प्रतिष्ठा का विषय न बनाएं. हमें यह कदापि नहीं भूलना चाहिये कि समाज की प्रतिष्ठा ही हम सबकी प्रतिष्ठा है. जब समाज की प्रतिष्ठा का सवाल हो तो हमें किन्तु, परंतु और ये, वो आदि और संगठन, दल आदि को छोड़कर नि:स्वार्थ भाव से यथासंभव सहयोग करना चाहिये. यही भावना हमारी समाजसेवा की असली कसौटी होती है. मुझे पूरा यकीन है कि हम सब इस कसौटी पर खरा उतरने की क्षमता रखते हैं और हम इसे आगामी 5 अप्रैल को सिद्ध करके दिखा भी देंगे...जय महर्षि कश्यप जी.
*****************
-राजेश कश्यप "टिटौली"
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवम् सूचना अधिकारी.
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि.184)
मंगलवार, 22 मार्च 2016
शनिवार, 19 मार्च 2016
शुक्रवार, 18 मार्च 2016
आदरणीय रघुनाथ तंवर जी की अपील
आदरणीय रघुनाथ तंवर जी द्वारा की गई इस पोस्ट के लिए तहेदिल से। सादर साधुवाद, आभार एवम् धन्यवाद. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏💐💐💐💐💐💐💐💐💐आदरणीय बन्धुओ ।।
हम सब लोग मिलकर हरियाणा में पानीपत सेक्टर 13 & 17 में 5 अप्रैल 2016 दिन मंगलवार को महऋषि कश्यप प्रकाशोत्सव मना रहे है । इस उत्सव का जयंती से सम्बन्ध ना समझा जाये । समाज के सभी वरिष्ठ व् सम्मानित साथियो से विनम्र निवेदन है कि सोसल मिडिया में चल रहे तर्क वितर्क पर रोक लगे । यदि मैंने निजी तौर पर भावनात्मक रूप से कोई गलती की हो तो मुझे माफ करे और मेरी प्रार्थना है कि कश्यप समाज से सम्बन्ध रखने वाले सभी संगठन व् सभी प्रबुद्ध बुद्धिजीवी समारोह को सफल बनाने में सकारात्मक योगदान देने के साथ साथ अपनी भागेदारी सुनिष्चित करे ।।।।
रघुनाथ तंवर ( अध्यक्ष कार्यक्रम संयोजक समिति )
5 अप्रैल के ‘महर्षि प्रकाशोत्सव’ के सन्दर्भ में हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184) अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर सकती है, बशर्ते...
सादर.....
-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवं सूचना अधिकारी,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184)
मोबाईल नं.: 09416629889
e-mail : rajeshtitoli@gmail.com
www.kashyapsamaj.blogspot.in
गुरुवार, 17 मार्च 2016
अगर समाज के माननीय नेतागण व तर्कशास्त्री भी इसी तरह अपना योगदान समाज के समक्ष स्पष्ट करें तो बड़ी कृपा होगी।
समस्त समाज के नाम विनम्र अपील
समस्त समाज के नाम विनम्र अपील!
******************
आदरणीय प्रबुद्ध मित्रो! हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के उन तमाम प्रबुद्ध मित्रों का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने समाजहित में विभिन्न माध्यमों से असीम स्नेह, सहयोग, समर्थन, आश्वासन एवं मार्गदर्शन दिया है। मैं पुनः स्पष्ट करना चाहता हूँ कि:-
1.मैं अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन पूरी निष्ठा एवं समर्पित भावना के साथ पूरे समाज के हित में करने का भरपूर प्रयास कर रहा हूँ। किसी व्यक्तिगत या पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कोई बात नहीं कह रहा हूँ। जो भी कह रहा हूँ समाज के बीच पूरी मर्यादा एवं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूँ।
2.युवा मित्रों से बार-बार आग्रह कर रहा हूँ कि वे आगे आएं और अपने समाज का नेतृत्व करें और अपने समाज को निष्ठा व समर्पित भावना से संवैधानिक एवं सामाजिक मर्यादाओं व मान्यताओं के अनुरूप आगे बढ़ाएं।
3.पैसे, बाहुबल, ड्रामेबाजी, स्वार्थी, कुत्सित, कुंठित और संकीर्ण मानसिकता रखने वाले ढ़ोंगी व फरेबी सामाजिक व राजनीतिक नेताओं को किनारे करके नई सोच, मर्यादित आचरण, संगठित भावना, कर्त्तव्यनिष्ठा और अंतिम छोर पर बैठे आम जनमानस के सुख-दुःख में भागीदारी की कसक रखने वाले लोगों को आगे बढ़कर काम करने का मौका मिले।
4.समाज को शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आदि हर क्षेत्र में सशक्त करने वाली समाजसेवी प्रतिभाओं का सहयोग और मार्गदर्शन करें।
5.हर प्रदेश में अनेक सामाजिक संगठन हैं, वे अपनी झूठी आन व नाक का सवाल छोड़कर समाजहित में एक मंच पर आएं और समाजहित में सामूहिक निर्णय लें।
6.मैं पीछे की नहीं, आगे की सोच लेकर आगे बढ़ने का समर्थक हूँ। भूतकाल में किसने क्या, क्यों और कितना किया, यह मेरा मकसद नहीं है, भविष्य में क्या अच्छा होना चाहिए और कैसे हो सकता है, इसी पर अपना योगदान समाज के बीच देना चाहता हूँ।
आदरणीय मित्रों! मैंने किसी व्यक्ति, संस्था या संगठन को नीचा दिखाने, पीछे धकेलने, अपमानित करने या भ्रष्ट बताने के उद्देश्य से सामाजिक दायित्व को स्वीकार नहीं किया है। मैं किसी से व्यक्तिगत न कोई पूर्वाग्रह रखता हूँ और न ही ईर्ष्या या द्वेष रखता हूँ। मैं तो अपने समाज की उन्नति एवं विकास के लिए एक नई सामाजिक चेतना पैदा करने के लिए पिछले कुछ समय से सक्रिय हुआ हूँ। कृपा करके मुझे अन्य संकीर्ण विचारधारा के लोगों के साथ न तोलें। आज तक किसी गलत, भ्रष्ट, असंवैधानिक व अमर्यादित व्यक्ति, संस्था अथवा संगठन की कोई पैरवी नहीं की है। न ही उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखता हूँ जो निजी स्वार्थपूर्ति व पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर हमारे समाज को तोड़ने के लिए साम-दाम-दण्ड-भेद की नीति के तहत दिनरात एक कर रहे हैं।
आदरणीय प्रबुद्ध मित्रों! हर व्यक्ति का अपना महत्व होता है। हर व्यक्ति में अपना गुण होता है। उनका यदि समाजहित में सदुपयोग हो जाये, इसी कामना एवं प्रयास के लिए समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा हूँ। मैं पुनः स्पष्ट करना चाहता हूँ कि जब तक मैं इन भावनाओं के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम बना रहूँगा, आपके बीच बना रहूंगा और जब मुझे लगेगा कि मैं अपने दायित्वों का निर्वहन समाजहित में करने में असक्षम हूँ तो तत्काल आपसे क्षमा याचना के साथ दायित्वों से मुक्त हो जाऊंगा। लेकिन, तब तक कृपा करके मुझे समाज के नाम पर हो रही गन्दी राजनीति में धकेलने का कष्ट न करें। समाज में जो कुछ हो रहा है, मेरी आत्मा बेहद आहत है। मुझे समझ नहीं आता कि बहुबल कब बाहुबलियों, पैसे वालों, ढोंगी व ड्रामेबाजों की कैद से मुक्त होगा? निःसन्देह, इस सवाल का जवाब आपके पास है, यह आपके विवेक और साहस पर निर्भर है कि आप उसे किस रूप में जाहिर करें। लेकिन, इतना तय है कि समाज बदल रहा है और अब सबको जवाब देना ही पड़ेगा। इसी विनम्र अपील और सादर अभिवादन के साथ,
आपका स्नेहाकांक्षी,
-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवं सूचना अधिकारी,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184)
मोबाईल नं.: 9416629889
e-mail : rajeshtitoli@gmail.com
बुधवार, 16 मार्च 2016
राष्ट्रीय पर्व के रूप में 24 मई को ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ और 5 अप्रैल को ‘महाराज निषादराज गुहा जयन्ती’ पर बन सकती है राष्ट्रीय सहमति !
मंगलवार, 15 मार्च 2016
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा 24 मई को ही मनाएगी ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा 24 मई को ही मनाएगी ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’
*************
आदरणीय मित्रो! एक बार फिर स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184) आगामी 24 मई को ही प्रदेश स्तर पर ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाएगी। मैं यह भी स्पष्ट कर दूँ कि 5 अप्रैल के पानीपत कार्यक्रम के प्रति किसी तरह की हमारी कोई दुर्भावना नहीं है। इस कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएं व्यक्तिगत तौरपर मैं आदरणीय रघुनाथ तंवर जी को दे चुका हूँ। मैंने तो यह नम्र अपील की थी कि बहुत लंबे समय से हरियाणा में प्रतिवर्ष 24 मई को ही ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ प्रदेश स्तर पर मनाई जाती रही है। यदि यह परंपरा बनी रहे तो समाजहित में होगी। वैसे भी, हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184) ने बाकायदा प्रस्ताव पारित करके यह तिथि निर्धारित की हुई है। किस प्रदेश में किस तिथि को ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाई जा रही है, यह सर्वविद्यित है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि प्रदेशों के प्रबुद्ध कश्यप मित्रों के साथ लगातार संवाद जारी है और यह कोशिश की जा रही है कि सभी संगठन एवं प्रबुद्ध लोग राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाएं और उसमें राष्ट्रीय स्तर पर ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ की एक तिथि तय करें। इस प्रस्ताव से हरकोई सहमत है। लेकिन, हमारा यह प्रयास अभी सफल नहीं हो पाया है। इसलिए, जहां जिस प्रदेश में जिस तिथि को महर्षि कश्यप जयन्ती का आयोजन हो रहा है, उसको नैतिक समर्थन है। चूंकि, हरियाणा में 24 मई को संवैधानिक व सामाजिक रूप से प्रस्ताव पारित करके ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाने का निर्णय बहुत समय पहले लिया गया था। पिछले 10-15 वर्षों के दौरान समाज के संघर्षशील नेताओं, प्रबुद्ध लोगों और उर्जावान युवाओं ने इस जयंती को हरियाणा प्रदेश के कोने-कोने में पहुंचाने का कार्य किया। मैंने भी दैनिक हरिभूमि, दैनिक ट्रिब्यून, पंजाब केसरी, मिलाप आदि अनेक समाचार पत्रों, सौशल साईटों, ब्लॉग्स आदि में 24 मई/महर्षि कश्यप जयन्ती विशेष फीचर लेख लिखे और समाज के बीच महर्षि कश्यप जी की जीवनी जन-जन के बीच पहुंचाने की कोशिश की। इन लेखों की प्रतियां सार्वजनिक कार्यक्रमों में बांटी भी गई और पढ़ी भी गई। इस मामले में भाटों की सहायता भी ली गई। हरियाणा के राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम बड़े पैमाने पर 24 मई को ही ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ के रूप में ही आयोजित हुए हैं। अपवाद के तौरपर सभा ने एक बार 24 मई के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम को अपरिहार्य कारणों के चलते दो सप्ताह के लिए टालने को विवश होना पड़ा था। लेकिन, जयन्ती प्रदेश भर के कोने-कोने में 24 मई को ही धूमधाम के साथ मनाई गई थी। उस समय यह स्पष्ट कर दिया गया था कि हमारी जयन्ती तो 24 मई को ही मनेगी, लेकिन सरकारी कार्यक्रम की औपचारिकता बाद में करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, इस अपवाद को परिपाटी नहीं बनने दिया गया और दोबारा ऐसे निर्णय न लेने का फैसला किया गया। कहने का अभिप्राय यह है कि अपवाद को छोड़कर हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184) 24 मई को ही ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाती आई है और जब तक इस तिथी में संवैधानिक रूप से नया प्रस्ताव या संशोधन नहीं होता है, तब तक सभा 24 मई को ही प्रदेश स्तर पर जयन्ती मनाएगी। बाकी अन्य संगठन किसी भी तिथि को महर्षि कश्यप जयन्ती मनाने को स्वतंत्र हैं। यदि कोई वर्ष के 365 दिन यह जयन्ती मनाना चाहे तो मना सकता है। लेकिन, मैंने तो 5 अपै्रल के सन्दर्भ में सिर्फ सुझावात्मक विनम्र अपील की थी। लेकिन, इस अपील पर मर्यादित जवाब देने की बजाय जिस तरह की बौखलाहट, अमर्यादित भाषा, विवेकहीनता, असहिष्णुता का परिचय दिया गया, वह सभ्य समाज के बीच सार्वजनिक है। मुझे व्यक्तिगत किसी से कोई द्वेष या ईर्ष्या या रंजिश कतई नहीं है। मैंने समाजहित में अपने नैतिक दायित्वों (बतौर सभा का प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता, सूचना अधिकारी) का पूरी ईमानारी, निष्ठा एवं समर्पित भावना के साथ निवर्हन किया है। जब तक मैं इस दायित्व के साथ बंधा हूँ, अपने दायित्वों का निवर्हन करता रहूंगा। मेरा हमेशा प्रयास रहता है कि जब तक मौका मिला है तब तक कि ऐसे सुझाव व योगदान देता रहूं, जिससे समाज में व्यक्तिगत विद्वेष न फैले, स्वार्थी एवं संकीर्ण सोच का खात्मा हो, उदारवादी युवा अपने समाज का नेतृत्व करें, समाज समर्पित लोग सभा का नेतृत्व करें, हाशिये पर बैठे आखिरी व्यक्ति तक की सुध ली जाये, समाज समर्पित लोग समाज को आगे बढ़ाएं, समाज नई दिशा में आगे बढ़े। मुझे खुशी है इस दिशा में अच्छी प्रगति हो रही है। एक बार फिर विनम्र भाव के साथ स्पष्ट करना चाहता हूँ कि इस तरह के दायित्व निर्वहन में किसी सज्जन के दिल को ठेस पहुंची हो तो क्षमाप्रार्थी हूँ और भविष्य में पहंुचे तो अग्रिम क्षमा चाहता हूँ। लेकिन, मैं समर्पित एवं निष्ठा भाव के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने की ईमानदार कोशिश बराबर करता रहूंगा। इसके लिए चाहे मुझे शाबासी मिले अथवा गुस्सा झेलना पड़े। जब मुझे लगेगा कि मैं अपने दायित्वों का निहर्वन भलीभांति नहीं कर पा रहा हूँ तो आप सबको माफी के साथ अपना समर्पण कर दूंगा। आप सबके स्नेह, सहयोग, आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन की कामना के साथ आप सबका धन्यवाद एवं सादर आभार।
-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवं सूचना अधिकारी,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184)