गुरुवार, 17 मार्च 2016

समस्त समाज के नाम विनम्र अपील

समस्त समाज के नाम विनम्र अपील!
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आदरणीय प्रबुद्ध मित्रो! हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के उन तमाम प्रबुद्ध मित्रों का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने समाजहित में विभिन्न माध्यमों से असीम स्नेह, सहयोग, समर्थन, आश्वासन एवं मार्गदर्शन दिया है। मैं पुनः स्पष्ट करना चाहता हूँ कि:-
1.मैं अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन पूरी निष्ठा एवं समर्पित भावना के साथ पूरे समाज के हित में करने का भरपूर प्रयास कर रहा हूँ। किसी व्यक्तिगत या पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कोई बात नहीं कह रहा हूँ। जो भी कह रहा हूँ समाज के बीच पूरी मर्यादा एवं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूँ।
2.युवा मित्रों से बार-बार आग्रह कर रहा हूँ कि वे आगे आएं और अपने समाज का नेतृत्व करें और अपने समाज को निष्ठा व समर्पित भावना से संवैधानिक एवं सामाजिक मर्यादाओं व मान्यताओं के अनुरूप आगे बढ़ाएं।
3.पैसे, बाहुबल, ड्रामेबाजी, स्वार्थी, कुत्सित, कुंठित और संकीर्ण मानसिकता रखने वाले ढ़ोंगी व फरेबी सामाजिक व राजनीतिक नेताओं को किनारे करके नई सोच, मर्यादित आचरण, संगठित भावना, कर्त्तव्यनिष्ठा और अंतिम छोर पर बैठे आम जनमानस के सुख-दुःख में भागीदारी की कसक रखने वाले लोगों को आगे बढ़कर काम करने का मौका मिले।
4.समाज को शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आदि हर क्षेत्र में सशक्त करने वाली समाजसेवी प्रतिभाओं का सहयोग और मार्गदर्शन करें।
5.हर प्रदेश में अनेक सामाजिक संगठन हैं, वे अपनी झूठी आन व नाक का सवाल छोड़कर समाजहित में एक मंच पर आएं और समाजहित में सामूहिक निर्णय लें।
6.मैं पीछे की नहीं, आगे की सोच लेकर आगे बढ़ने का समर्थक हूँ। भूतकाल में किसने क्या, क्यों और कितना किया, यह मेरा मकसद नहीं है, भविष्य में क्या अच्छा होना चाहिए और कैसे हो सकता है, इसी पर अपना योगदान समाज के बीच देना चाहता हूँ।
आदरणीय मित्रों! मैंने किसी व्यक्ति, संस्था या संगठन को नीचा दिखाने, पीछे धकेलने, अपमानित करने या भ्रष्ट बताने के उद्देश्य से सामाजिक दायित्व को स्वीकार नहीं किया है। मैं किसी से व्यक्तिगत न कोई पूर्वाग्रह रखता हूँ और न ही ईर्ष्या या द्वेष रखता हूँ। मैं तो अपने समाज की उन्नति एवं विकास के लिए एक नई सामाजिक चेतना पैदा करने के लिए पिछले कुछ समय से सक्रिय हुआ हूँ। कृपा करके मुझे अन्य संकीर्ण विचारधारा के लोगों के साथ न तोलें। आज तक किसी गलत, भ्रष्ट, असंवैधानिक व अमर्यादित व्यक्ति, संस्था अथवा संगठन की कोई पैरवी नहीं की है। न ही उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखता हूँ जो निजी स्वार्थपूर्ति व पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर हमारे समाज को तोड़ने के लिए साम-दाम-दण्ड-भेद की नीति के तहत दिनरात एक कर रहे हैं।
आदरणीय प्रबुद्ध मित्रों! हर व्यक्ति का अपना महत्व होता है। हर व्यक्ति में अपना गुण होता है। उनका यदि समाजहित में सदुपयोग हो जाये, इसी कामना एवं प्रयास के लिए समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा हूँ। मैं पुनः स्पष्ट करना चाहता हूँ कि जब तक मैं इन भावनाओं के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम बना रहूँगा, आपके बीच बना रहूंगा और जब मुझे लगेगा कि मैं अपने दायित्वों का निर्वहन समाजहित में करने में असक्षम हूँ तो तत्काल आपसे क्षमा याचना के साथ दायित्वों से मुक्त हो जाऊंगा। लेकिन, तब तक कृपा करके मुझे समाज के नाम पर हो रही गन्दी राजनीति में धकेलने का कष्ट न करें। समाज में जो कुछ हो रहा है, मेरी आत्मा बेहद आहत है। मुझे समझ नहीं आता कि बहुबल कब बाहुबलियों, पैसे वालों, ढोंगी व ड्रामेबाजों की कैद से मुक्त होगा? निःसन्देह, इस सवाल का जवाब आपके पास है, यह आपके विवेक और साहस पर निर्भर है कि आप उसे किस रूप में जाहिर करें। लेकिन, इतना तय है कि समाज बदल रहा है और अब सबको जवाब देना ही पड़ेगा। इसी विनम्र अपील और सादर अभिवादन के साथ,
आपका स्नेहाकांक्षी,
-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवं सूचना अधिकारी,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184)
मोबाईल नं.: 9416629889
e-mail : rajeshtitoli@gmail.com

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