बुधवार, 16 मार्च 2016

राष्ट्रीय पर्व के रूप में 24 मई को ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ और 5 अप्रैल को ‘महाराज निषादराज गुहा जयन्ती’ पर बन सकती है राष्ट्रीय सहमति !

राष्ट्र स्तरीय पर्व के रूप में 24 मई को ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ और 5 अप्रैल को ‘महाराज निषादराज गुहा जयन्ती’ पर बन सकती है राष्ट्रीय सहमति !
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आदरणीय मित्रो! हम सब प्रयासरत हैं कि हमारे मान-सम्मान की प्रतीक ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ और ‘महाराज निषाद राज गुहा जयन्ती’ किसी तिथि विशेष को लेकर समाज में आपसी कटुता अथवा मतभेद का कारण न बने। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि कई प्रदेश के प्रबुद्ध वर्गों व संगठनों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप जो जानकारी सामने निकलकर आ रही है, उसके अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ की 24 मई पर सहमति सहमति बन सकती है। क्योंकि, हरियाणा व पंजाब में पिछले लंबे समय से 24 मई को ही महर्षि कश्यप जयन्ती मनाई जाती रही है। अब, उत्तर प्रदेश से भी कई प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों एवं समाज के संगठनों से सकारात्मक सन्देश व जानकारियां मिल रही हैं कि वे भी अब 24 मई को ही ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाएंगे। उत्तर प्रदेश व अन्य कई प्रदेशों में 5 अप्रैल को ‘महाराज निषाद राज गुहा जयन्ती’ मनाने की परंपरा रही है, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने इसी दिन ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाने की भी शुरूआत कर दी, जोकि गलत परंपरा का द्योतक बनी। कश्यप-निषाद-मल्लाह समाज की दो महान जयन्तियों को एक दिन करना, प्रबुद्ध लोगों को रास नहीं आ रहा है। दिल्ली व राजस्थान के अनेक प्रबुद्ध लोग भी अब इन तथ्यों पर गम्भीरता से विचार कर रहे हैं। संभावना है कि ये सज्जन भी जल्द ही 24 मई को राष्ट्रीय स्तर पर ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ मनाने के लिए आगे आ सकते हैं। 
इन सब समीकरणों से स्पष्ट हो रहा है कि कश्यप-निषाद-मल्लाह समाज के प्रबुद्ध लोग अपनी पुरानी मान्यताओं को बहाल करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष 5 अप्रैल को ‘महाराज निषादराज गुहा जयन्ती’ और 24 मई को ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ एक साथ मनाने के प्रबल पक्षधर हैं। यदि समाज की इन दो परम पावन जयन्तियों पर हमारे समाज के प्रबुद्ध लोग खुलकर आगे आएं और समाजहित में सकारात्मक पहल करते हुए इन दोनों तिथियों को सर्वव्यापी सहमती दें तो हमारा समाज की सामाजिक एवं राजनीतिक एकजुटता राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी और हमारा समाज एक नई दिशा की तरफ अग्रसित होगा, ऐसा मेरा विश्वास है। इस सन्दर्भ में समाज के सभी छोटे-बड़े संगठनों को जल्द दिल्ली में संयुक्त रूप से राष्ट्रीय एकता सेमीनार आयोजित करना चाहिए और सर्वसम्मति से इन दोनों तिथियों पर अपनी मोहर लगानी चाहिए, यह मेरा सभी प्रबुद्ध लोगों एवं सामाजिक नेताओं से विनम्र निवेदन है।
आप भी कृपा करके समाजहित में अपने विचार या सुझाव जरूर देने का कष्ट कीजिये.
-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता एवं सूचना अधिकारी,
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा (रजि. 184)
मोबाईल नं. 09416629889
e-mail : rajeshtitoli@gmail.com
www.kashyapsamaj.blogspot.in

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