सोमवार, 16 मई 2016

‘हरियाणा कश्यप विकास मिशन’ की शुरूआत अम्बाला से हुई

बाईं तरफ श्री तरसेम कश्यप, मध्य राजेश कश्यप  और दाईं तरफ श्री नरेन्द्र कश्यप 

‘हरियाणा कश्यप विकास मिशन’ की शुरूआत अम्बाला से हुई 

‘हरियाणा कश्यप विकास मिशन’ की शुरूआत कल अंबाला के कई मित्रों से मुलाकात से हुई। इस मुलाकात एवं समाहित में गंभीर विचार-विमर्श के बाद मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि जिस मकसद के साथ इस मिशन की नींव रखी गई है, वह वर्तमान समय और समाज की सख्त जरूरत है। अंबाला के मित्रों से हुई अलग-अलग बातचीत के बाद निष्कर्षस्वरूप कुछ बिन्दु उभर कर सामने आए। 

यूं तो अंबाला के कई मित्रों से मुलाकात हुई, लेकिन दो मित्रों श्री तरसेम कश्यप जी और श्री नरेन्द्र कश्यप जी के विचारों, भावनाओं और सुझावों ने मुझे बेहद प्रभावित किया और उनमें मुझे समाज के लिए कई उम्मीदें नजर आईं। (संलग्न फोटो में ये दोनों मित्र हैं। मेरी बाईं तरफ श्री तरसेम कश्यप जी और दाईं तरफ श्री नरेन्द्र कश्यप जी।)

अंबाला यात्रा से निष्कर्ष स्वरूप प्रमुख बिन्दू इस प्रकार रहे:-
1. हमारे नेताओं के प्रति आम लोगों का विश्वास बिल्कुल टूट चुका है। समाज के विकास के लिए कभी किसी नाम और कभी किसी नाम पर पैसा इक्कठा करके ले गए और बाद में पता चला कि उनमें से एक भी पैसा समाजहित में नहीं लगाया गया। जिस काम के लिए पैसा इक्कठा किया, उसका नामोनिशान भी नहीं मिला। समाज के कथित नेताओं ने समाज को खूब बहकाया और ठगा। जिसके कारण आम आदमी अपने समाज के नेताओं पर विश्वास नहीं करता है। अंबाला के कश्यप समाज के लोगों ने निर्णय लिया है कि आगे से जब तक पूरी जाँच-पड़ताल करके संतुष्ट नहीं हो जाएंगे, तब तक अन्ध श्रद्धा में किसी को एक भी पैसा नहीं देंगे। उनसे सहयोग मांगने वाले को पहले परखेंगे और उसके बाद सामूहिक रूप से निर्णय लेंगे।

2. केवल राजनीतिक दिवास्वप्न दिखाने वाले लोगों को सहयोग नहीं करेंगे। समाज में शिक्षा पर जोर देने वाले, गरीब व पीड़ित लोगों के सुख-दुःख में सांझा करने वाले, समाज को निःस्वार्थ भाव से जोड़ने वाले और ईमानदार छवि वाले लोगों को ही तन-मन-धन से सहयोग देंगे। 

3. नीचे के स्तर पर त्रिस्तरीय प्रशासनिक कैबिनेट बॉडी बननी चाहिए जिला स्तर की कैबिनेट, ब्लॉक स्तर की कैबिनेट और ग्राम स्तर की कैबिनेट। इनके बाद सर्वोच्च स्तर पर प्रदेश की कैबिनेट बननी चाहिए। 
4. समाज की धर्मशालाओं को गलत लोगों से मुक्त करवाना चाहिए।

5. समाज को धोखा देने वाले और समाज को सिर्फ अपने हित (राजनीतिक स्वार्थपूर्ति) के लिए इस्तेमाल करने वाले लोगों का बहिष्कार होना चाहिए।

6. ईमानदार और साफ छवि के लोगों को समाज की बागडोर देनी चाहिए। 

7. ‘हरियाणा कश्यप विकास मिशन’ के मकसद पहली नजर में बेहद सराहनीय हैं। इन पर समाज के बीच विस्तार से बातचीत करनी बेहद जरूरी है। अल्प समय के नोटिस दिये जाने के कारण बड़ी संख्या में समाज के लोगों की बैठक संभव नहीं हो सकी। इसलिए निकट भविष्य में अंबाला जिले के लोगों की एक बड़ी मिटिंग रखी जाएगी, जिसमें समाज की दशा और दिशा पर व्यापक मन्थन किया जाएगा। 

इसके साथ ही मैं सेवानिवृत प्रिन्सीपल आदरणीय श्री शंकर कश्यप जी से भी मिला। वे अंबाला में ‘कश्यप इंस्टीच्यूट’ हैं और आम कक्षाओं से लेकर अनेक उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां भी करवाते हैं। उन्होंने बहुत अच्छा स्टॉफ रखा हुआ है। बड़ी उम्र होने के कारण वे अंबाला से बाहर बहुत कम ही जाते हैं। लेकिन, लंबी मुलाकात के बाद उन्होंने हमारे ‘हरियाणा कश्यप विकास मिशन’ की खूब सराहना की और प्रभावित होकर आश्वासन दिया कि यदि वे युवाओं के कैरियर से सम्बंधित कोई सेमीनार आदि लगाते हैं तो वे बतौर रिसोर्स पर्शन जरूर आने की कोशिश करेंगे। 

मैं अंबाला के कश्यप मित्रों का तहेदिल से आभारी हूँ कि उन्होंने अपना कीमती समय निकालकर व्यापक बातचीत की और मुझे अपार स्नेह, सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया। उनके द्वारा निकट भविष्य में होने वाली बड़ी मिटिंग में अग्रिम तौरपर विशेष आमंत्रण देने के लिए मैं तहेदिल से अंबाला के मित्रों का धन्यवाद एवं आभार प्रकट करता हूँ। 

‘हरियाणा कश्यप जागरूकता मिशन’ का कारवां शुरू हो चुका है। इस अगला पड़ाव रविवार, 22 मई, 2016 को कैथल जिले में निर्धारित किया गया है। पूर्ण उम्मीद है कि कैथल के मित्रों से भी समाजहित में बेहद सकारात्मक मुलाकात रहेगी। 

-राजेश कश्यप ‘टिटौली’
मोबाईल नं. 9416629889

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