बुधवार, 5 मई 2010

दबंगों का शिकार एक पिछड़ा परिवार किसी भी समय दे सकता है सामूहिक आत्महत्या को अंजाम

सामूहिक आत्महत्या को अंजाम अभी हरियाणा में मिर्चपुर (हिसार) मसला ठण्डा भी नहीं पड़ा था कि दबंगों द्वारा सोनीपत के गाँव बादशाह माच्छरी में पिछड़ा वर्ग के एक परिवार को दबंगों द्वारा बेघर व बर्बाद करने का समाचार सुर्खियों में आ गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनीपत (हरियाणा) के गाँव बादशाह माच्छरी में दबंगों द्वारा बेघर एवं बर्बाद किया गया एक २० सदस्यीय पिछड़ा एवं अत्यन्त गरीब परिवार किसी भी समय सामूहिक आत्महत्या को अंजाम दे सकता है। पीड़ित परिवार के मुखिया ईश्वर सिंह का कहना है कि गाँव के दबंग लोगों ने एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत उनके बाप-दादा की जमीन जो कि गाँव के लाल डोरा के अन्दर थी, पर अपना हक जताते हुए मुकदमें में जीत लिया और बिना अदालती नोटिस दिए १५ दिन पहले उनकी अनुपस्थिति में उनके मकान मलबे में तब्दील कर दिया। उस समय घर में हाल ही में की गई गेहूँ कटाई का सारा अनाज, कपड़े, पैसे, गहने एवं अन्य कीमती सामान था। पीड़ित परिवार में मुखिया ईश्वर सिंह के अलावा उसकी पत्नी, उसके तीन शादीशुदा लड़के, उनकी पत्नियां एवं बच्चों सहित कुल २० सदस्य हैं। इस समय पीड़ित परिवार गाँव के बाहर गन्दगी में झाड़ियों के बीच कट्टे-बोरियों का टैंट लगाकर पड़ा हुआ है और मदद के लिए प्रशासन, सरकार, मीडिया एवं मददगारों की राह ताक रहा है। दबंगों द्वारा अत्यन्त गरीब एवं पिछड़े परिवार को बेघर व बर्बाद करने की खबर सुनकर जब स्वतंत्र पत्रकार, लेखक एवं समीक्षक राजेश कश्यप पीड़ित परिवार की व्यथा जानने पहुंचा तो उनकी हालत देखकर दंग रह गया। बातचीत के दौरान पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया उनके साथ सरासर दबंगों द्वारा अन्याय एवं जुल्म हुआ है और वे न्याय पाने के लिए वे जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दे चुके हैं, स्थानीय सांसद से भी गुहार लगा चुके हैं और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग की सदस्य चित्रा चोपड़ा के समक्ष याचना लेकर जा चुके हैं और अन्य कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के पास मदद की अपील लेकर जा चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी सुनने वाला, सुध लेने वाला एवं मदद देने वाला कोई भी नहीं पहुंचा है। प्रशासन एवं सरकार के रवैये से क्षुब्ध पीड़ित परिवार ने बताया कि उनका खूब भरापूरा एवं खुशहाल परिवार था, लेकिन आज वे प्रशासन एवं सरकार के उपेक्षित रवैये के चलते पिछले पन्द्रह दिन से भीख मांगकर गुजारा करने को मजबूर हैं। इस समय उनके पास एक भी रोटी का आटा नहीं है, एक भी पैसा नहीं है, न कपड़े हैं, न बच्चों की वर्दी-किताब हैं, न बच्चों के दाखिले के पैसे हैं, न पशुओं के लिए चारा है। उनका सब कुछ दबंगों ने बर्बाद कर दिया है। कहीं से भी उन्हें न्याय नहीं मिल पाया रहा है। हर तरह से परेशान पीड़ित परिवार ने प्रशासन एवं सरकार को सख्त चेतावनी दी है कि यदि कुछ दिन और यही क्रम चलता रहा तो वे मजबूर होकर मासूम बच्चों सहित पूरा परिवार जहर खाकर आत्महत्या करने के लिए विवश हो जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन एवं सरकार की होगी। (नोट : संबंधित समाचार के फोटो एवं विडियो क्लीपिंग्स संलग्न हैं।) -राजेश कश्यप (स्वतंत्र पत्रकार, लेखक एवं समीक्षक) रोहतक (हरियाणा) (संपर्क सूत्र : ०९०५०२६२३५३, ०९४१६६२९८८९)

स्वतंत्र पत्रकार, लेखक एवं समीक्षक राजेश कश्यप की टी.वी. रिपोर्ट देखने के लिए निम्नलिखित विडियो पर क्लीक करें :-


इस विडियो में पीड़ित परिवार के मकान का मंजर देखिये.....



इस विडियो में पीड़ित परिवार की जुबानी उनकी दर्दभरी कहानी सुनिये...

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